बीना किसी दस्तावेज के बलपूर्वक कब्जा लिया भूमी ; प्रशासन पर भारी पड़ रहें कब्जाधारी , डब्लूपीयू लेआउट निर्माण को सीओ और बीडीओ की मौजूदगी में तोड़ा।
वर्षो से स्थगित पड़ा है(wpu)निर्माण कार्य।
पूर्वी चम्पारण कोटवा (लोकल पब्लिक न्यूज़): प्रखण्ड के डुमरा पँचायत के अमवा में डब्लूपीयू (कचरा प्रबंधन इकाई) के निर्माण कार्य को विश्वनाथ सिंह, बच्चा सिंह, छठु सिंह, जो की पंचायत करारिया पाण्डेय टोला के निवासी बताए जा रहे हैं। उक्त लोग डबल्यूपीयू निर्माण कार्य को बाधित कर दिया है। वर्ष 2023 में अंचल कार्यालय से खाता न _213 खेसरा न _204 रकबा _ 2 एकड़ 27 डीo गैरमाजरुआ आम भूमी पर डबल्यूपीयू निर्माण के लिए एनओसी निर्गत की गई थी। देखने से उक्त भूमी का किसी भी तरह की बंदोबस्ती या लगान का रिकॉर्ड राजस्व एव भूमिसूधर विभाग के पोर्टल पर नही है। और उपद्रव कारियो ने भी अधिकारियो के समक्ष भूमी से संबंधित किसी भी तरह की दस्तावेज नहीं होने की बात भी स्वीकारी है। फिर भी उनका दलील है की हमारा जमीन उक्त जमीन के पास है ,और अपने जमीन में भविष्य में घर बनाएंगे।
इस लिय डबल्यूपीयू ( कचरा प्रबंधन इकाई) को यहां नही बनने देंगे। इस तरह की दलील सुनने के बाद सीओ और बीडीओ खुद अपनी मौजूदगी में कार्य को कराने का निर्णय लिया और कार्य स्थल पर पहुंचे। निर्माण कार्य शुरु होने की जानकारी मिलने पर उक्त लोग वहा पहुचे और बलपूर्वक निर्माण कार्य को रोक दिया। आउटलेट को भी तोड़ दिया रस्सी खूटा वग्यारह समान ले कर चले गए। मौजूद पदाधिकारी किसी भी तरह अपनी जान बचाकर वहा से निकल लिए।
बीडीओ सरीना आजाद ने बताया की पंचायत सचिव अभिमन्यु कुमार के आवेदन पर थाना भी करवाई के लिए कार्य स्थल पर गई थी। पर प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाईं। एफआईआर दर्ज नहीं होने के कारणों का पाता अभी तक नही चल पाया है।
ऐसे में वर्षो से कार्य स्थगित पड़ा है। मुखिया राजू ठाकुर ने बताया उपद्रव कारियो ने उक्त भूमी से बगैर किसी इजाजत के मिट्टी की कटाई कर, इट की चिमनी चलाने वाले से मिट्टी बेच भी दिया है। और अतिक्रमण कर भूमि पर धान की फसल भी लगा ली है।
मुखिया राजू ठाकुर कार्य स्थगित होने पर कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। और कार्य पर ग्रहण लग गई है । इन सारी घटना क्रम को एक नजर में देखने से यही लग रहा है की प्रशासन पर अतिक्रमणकारी ही भारी पड़ रहे है। प्रशासन न जाने कौन सा दबाव महसूश कर रही है। और तो न मामले की प्राथमिकी दर्ज हुई और न ही अतिक्रमण कारियो पर कोई करवाई हुई।
ऐसे में उपाद्रव कारी की ही बले_ बले है। सरकार ग्रामपंचायत को स्वच्छ रखने के लिए कचरा को एकत्रित करना चाहती है। ताकी अमजानो को स्वस्थ रहने में कुछ मद्दत की जा सके। और कुछ लोग ऐसे भी हैं।