जेई और एईएस को लेकर सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण

 जेई और एईएस को लेकर सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण

प्रशिक्षण मे भाग लेते हुए
प्रशिक्षण मे भाग लेते हुए सेविकाएं 


पूर्वी चम्पारण कोटवा:प्रखंड के आंगनबाड़ी सेविकाओं को एईएस एवं जेई यानी दिमागी बुखार के लक्षण एवं उससे बचाव को लेकर शनिवार को प्रशिक्षण दिया गया।स्वास्थ विभाग के निर्देश पर आयोजित इस प्रशिक्षण बताया गया कि मस्तिष्क ज्वर एक गंभीर बीमारी है ।

,इसका ससमय इलाज होने पर ठीक हो जाता है। जिला स्वास्थ्य विभाग से पहुचे सरत चंद्र शर्मा ने बताया कि यह बीमारी खास कर अत्यधिक गर्मी एवं अत्यधिक ठंडी में फैलता है।यह बीमारी बच्चों में ज्यादा फैलता है।इस बीमारी को जपानी इंसेफलिसिस /चमकी बुखार भी कहा जाता है।यह 1 वर्ष से 15 वर्ष के बच्चों को प्रभावित करता है इसमें बच्चे को तेज बुखार होता है।जिसमे बच्चे बेहोशी या अर्ध बेहोशी की स्थिति में चल जाता है।शरीर मे चमकी होना,हाथ पैर में थरथराहट होना,पूरे शरीर मे या किसी खास अंग का काम नही करना यह सभी इस बीमारी के महत्व्पूर्ण लक्षण है ।

इससे बचने के लिए बच्चे को तेज धूप से बचाये, दिन में दो बार स्नान कराएं,रात में भर पेट खाना खिलाये, तेज बुखार होने ताजे पानी से शरीर को साफ कर,ताजे पानी में ओआरएस की घोल को पिलाये ,चिकित्सीय सलाह में पैरासिटामोल की आधी गोली खिलाया जा सकता।

 ट्रेनिग के बाद सेविकाओं को पैरासिटामोल एवं ओआरएस किट दी गई।मौके पर बीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार,रविन्द्र कुमार,प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक विकास कुमार,बीसीएम मनीष शर्मा,सीडीपीओ संगीता कुमारी महिला पर्यवेक्षिका पिंकी कुमारी,राज श्री,अनिता तिवारी सहित सभी सेविका उपस्थित थी ।

Arjun Rai

Journalist - Arjun Rai - kotwa East Champaran Bihar India.(Information services activities in East Champaran Bihar India)

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