पूर्वी चंपारण में फर्जी मतपत्रों का खुलासा, प्रशासनिक महकमे में हड़कंप।
प्रतीकात्मक फोटो। |
पूर्वी चम्पारण/ रामगढ़वा:बिहार में चल रहे पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समिति) चुनाव के दौरान रामगढ़वा प्रखंड में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बेला पैक्स में मतगणना के दौरान फर्जी मतपत्रों की मौजूदगी ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को हिला कर रख दिया है। कुल 1134 मतदाताओं ने वोट डाला था, लेकिन मतगणना के दौरान अध्यक्ष पद के लिए 1252 मतपत्र बरामद किए गए।
फर्जी मतपत्रों का मामला
रामगढ़वा स्थित गणेश महावीर उच्च विद्यालय में मतगणना के दौरान, एक पक्ष ने निर्वाचन पदाधिकारी से शिकायत की कि मतपत्रों की संख्या मतदान हुए मत पत्रों की संख्या से अधिक है। जांच के बाद पाया गया कि 118 फर्जी मतपत्र हैं, जो निर्वाचन कार्यालय से जारी नहीं किए गए थे। ये मतपत्र अलग छपाई वाले थे और उन पर एक ही क्रम संख्या के दो बैलेट पाए गए।
चुनाव परिणाम रोका गया
निर्वाचन पदाधिकारी सह बीडीओ राकेश कुमार सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच में फर्जी मतपत्र पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि वरीय अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है और उनके मार्गदर्शन में ही आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल, बेला पंचायत के चुनाव परिणाम को रोक दिया गया है।
प्रशासनिक जांच के आदेश
यह मामला जिला पदाधिकारी के संज्ञान में है, और वे स्वयं इस मामले की जांच कर सकते हैं। प्रशासन यह जानने की कोशिश कर रहा है कि फर्जी मतपत्र कैसे तैयार हुए और मतपेटियों में कैसे पहुंचे। यह मामला स्थानीय प्रशासन और निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करता है।
चुनाव प्रक्रिया पर सवाल
बिहार में चुनावों के दौरान इस तरह के मामले पहले भी सामने आते रहे हैं, लेकिन आधुनिक चुनाव प्रक्रिया में इस प्रकार की गड़बड़ियां चौंकाने वाली हैं। फर्जी मतपत्र मिलने से जहां चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं यह मामला प्रशासन की साख के लिए भी चुनौती बन गया है।
प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और जांच के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।