Naurangia Panchayat head arrested, wanted in several serious cases including murder.
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Naurangia Panchayat head arrested, wanted in several serious cases including murder. |
पूर्वी चंपारण/ लखौरा थाना क्षेत्र में हुई मारपीट और हवाई फायरिंग के मामले में नौरंगिया पंचायत के वर्तमान मुखिया रमेश कुमार यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। रमेश यादव के खिलाफ पहले से हत्या समेत कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनके चलते वह लंबे समय से पुलिस के निशाने पर था।
गिरफ्तारी का पूरा मामला
घटना 27 अप्रैल 2024 की है, जब लखौरा थाना क्षेत्र में मारपीट और हवाई फायरिंग की घटना सामने आई थी। इस मामले में लखौरा थाना में कांड संख्या 30/24 दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान रमेश यादव को इस कांड का मुख्य आरोपी पाया।
गिरफ्तारी के लिए मोतिहारी पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया और 11 मार्च 2025 को रमेश यादव को उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि रमेश यादव पर भारतीय दंड संहिता की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज है, जिनमें शामिल हैं:
धारा 147 (दंगा)
धारा 148 (घातक हथियारों के साथ दंगा)
धारा 149 (गैरकानूनी रूप से एकत्रित समूह का हिस्सा होना)
धारा 447 (अवैध रूप से किसी की संपत्ति में प्रवेश)
धारा 323 (मारपीट कर चोट पहुंचाना)
धारा 385 (धमकी देकर संपत्ति वसूलना)
धारा 387 (जान से मारने की धमकी देकर रंगदारी मांगना)
धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना)
धारा 506 (आपराधिक धमकी देना)
आर्म्स एक्ट की धारा 27 (अवैध हथियार का उपयोग)
मुखिया का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रमेश यादव का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला, जिसमें पाया गया कि उस पर पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ दर्ज मामलों का विवरण इस प्रकार है:
1. लखौरा थाना कांड संख्या 319/22 - मारपीट का मामला
2. लखौरा थाना कांड संख्या 829/22 - मारपीट का मामला
3. लखौरा थाना कांड संख्या 211/23 - मारपीट का मामला
4. लखौरा थाना कांड संख्या 17/24 - हत्या का मामला
पुलिस ने बताया कि रमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में लोगों ने राहत की सांस ली है। पुलिस का कहना है कि रमेश यादव के खिलाफ साक्ष्य एकत्र कर न्यायालय में जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
जनता में मिली-जुली प्रतिक्रिया
रमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद नौरंगिया पंचायत के स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ लोगों ने इसे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था के लिए आवश्यक कदम बताया, वहीं कुछ समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आगे की कार्रवाई जारी है।