मोतीहारी मेयर व उप मेयर पर वैश्य समाज का कब्जा
जनता के लिए करना होगा काम , यह राह नही आसान
प्रमाणपत्र के साथ मेयर व डिप्टी मेयर मोतिहारी |
मोतीहारी।
मोतीहारी नगर निगम 2022 का चुनाव परिणाम आ गया है। मेयर व उप मेयर पद पर वैश्य समाज के प्रत्यासी ने जीत दर्ज कर अपनी मज़बूत उपस्थिति का भान कराया है।
राजनीति विश्लेषक यह भी कह रहे हैं कि यह चुनाव जिले का राजनीति भविष्य भी तय कर सकता है। बहरहाल वैश्य समाज ने मजबूती और एकजुटता का परिचय दिया है। यह भी कहा जा सकता है कि समाज के नेता और वोटर , पार्टी से ऊपर अपने समाज को देखा है और एकजुटता दिखाई है।
वही स्थानीय दिग्गज विधायक की एक न चली है जबकि वह भी इसी समाज से आते हैं , निसंदेह यह सोचनीय मसला है। जरा गौर करिय , बीजेपी के जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना मेयर व बीजेपी के जिला महामंत्री डॉक्टर लालबाबू प्रसाद उप मेयर के प्रत्याशी थे। दोनो को स्थानीय सांसद, विधायक का समर्थन मिल रहा था।
हालाकि पार्टी के सिंबल पर चुनाव नही हुआ, लेकिन इन दोनो के लिए पार्टी के सभी कद्दवार नेताओ ने पूरी ताकत झोंक दी , लेकिन जीत केवल उप मेयर पद के लिए खड़े डॉक्टर लालबाबू प्रसाद की हुई। वही मेयर पद पर देवा गुप्ता की पत्नी प्रीति कुमारी की हुई। दोनो वैश्य समाज से आते है।
मोतीहारी के सारे नीति और कूटनीति को वैश्य समाज ने इस चुनाव में तोड़ दिया है। इसलिये भी राजनीति के जानकार कहते हैं कि यह चुनाव बहुत कुछ कह गया है , जिससे भविष्य में भी उलट - फेर वाले परिणाम आ सकते हैं।
वही शहर में चुनौतियां भी काफी है जिसे दूर करना आसान नही होगा। संतुलित कर के अलावे सौंदर्यीकरण , सफाई , जाम व अतिक्रमण बड़ा मसला है। वही मोतीझील को लेकर काम करने के बड़े स्कोप है।
रौशनी व पानी की आपूर्ति भी कम महत्वपूर्ण नही है। लिहाजा दोनो शीर्षथ पद के अलावे वार्ड सदस्यों के लिए भी जनता के उम्मीदों पर खरा उतरना चैलेंज है।
प्रभात रंजन, जर्नलिस्ट, लोकल पब्लिक न्यूज |
मोतीहारी से प्रभात रंजन की रिपोर्ट।